Raj Limbani: आठ महीने पहले अंडर-19 विश्व कप में इनस्विंग गेंदबाजी सीखने से लेकर बल्लेबाजों को अपने नए हथियार से परेशान करने तक

अंडर-19 विश्व कप में राज लिम्बानी की इन-स्विंग गेंदबाजी ने सबकी दिलचस्पी ली।फाइनल में दाएं हाथ का तेज गेंदबाज भारत का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज था,

जिसने 38 रन देकर तीन विकेट लिए, लेकिन यह उम्मीद के अनुरूप नहीं था।

लिम्बनी ने सैम कोन्स्टास को गेट से क्लीन बोल्ड कर दिया, रेयान हिक्स और चार्ली एंडरसन को निप-बैकर्स से पिन करने से पहले।

टूर्नामेंट में गेंद से मिले उनके 11 विकेटों में से अधिकांश बल्लेबाजी से मिले।

लिम्बनी के पुराने कोच दिग्विजय सिंह राठवा कहते हैं कि वे कभी भी प्राकृतिक इन-स्विंगर नहीं थे।

और पिछले वर्ष उन्हें इसमें महारत हासिल करने के लिए काम करना पड़ा।

“उनकी शक्ति हमेशा बाहर निकलती रहती है।”इरफ़ान (पठान) उसकी गति से बहुत प्रभावित थे,

लेकिन वह चाहते थे कि वह अपनी इनस्विंग पर भी काम करे ताकि वह और अधिक अप्रत्याशित हो, राठवा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया।

Rathwa जानता था कि 18 साल की उम्र में नई कला सीखना बहुत मुश्किल होगा।

लेकिन उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में लेवल 1 कोर्स करते समय भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण से एक उद्धरण याद आया।

भरत अरुण सर ने कहा कि तेज गेंदबाजों के साथ धैर्य रखना चाहिए।”